मुंबई, 28 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूसी हमले की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का कहना है कि युद्ध की वजह से देश को 600 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है। हमारे सैकड़ों उद्योग-धंधे तबाह हो चुके हैं। इसके अलावा लगभग 2,500 किमी सड़कें और लगभग 300 पुल बर्बाद हो गए हैं। दूसरी तरफ पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए गए प्रतिबंध से रूस के ऑइल प्रोडक्शन को भी बड़ा झटका लगा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, रूसी बैंकों और जहाजों पर प्रतिबंधों की वजह से इस साल उसके ऑयल प्रोडक्शन में 17% तक गिरावट आएगी।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस यूक्रेन पहुंचे। उन्होंने कीव के पास बोरोडिएंका शहर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जंग को भयावह और मूर्खता बताया। उन्होंने कहा- मैं लोगों का दर्द महसूस कर सकता हूं। मुझे ऐसा लगता है कि इनमें से एक घर में मेरा परिवार रहता है। जैसे मेरा परिवार अपनी जान बचाने के लिए भागने को मजबूर हो गया हो। यह जंग मूर्खता है। 21वीं सदी में हम किसी भी युद्ध को स्वीकार नहीं कर सकते। यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्यामल ने द इकोनॉमिस्ट में लिखे एक कॉलम में यूक्रेन को भारी भरकम आर्थिक नुकसान की बात कही है। डेनिस का मानना है कि युद्ध की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। यह नुकसान 2021 के सकल घरेलू उत्पाद के पांच गुना के बराबर है।
अमेरिका की संसद में बुधवार को भारी बहुमत से एक विधेयक पारित किया है। इस विधेयक में राष्ट्रपति बाइडेन से रूसी अरबपतियों की संपत्ति जब्त कर यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य और मानवीय सहायता भेजने की अपील की गई है। हालांकि, यह कानून गैर-बाध्यकारी है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि फरवरी से ही अमेरिका, यूक्रेन को रूसी सेना के मूवमेंट की रियल टाइम खुफिया जानकारी उपलब्ध करा रहा है। इससे यूक्रेन ने कीव एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहे रूसी विमान के सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया था। एक अधिकारी ने कहा, ‘हम यूक्रेन को लगातार उन जगहों की जानकारी दे रहे हैं, जहां रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहे।'
रूस ने यूक्रेन की मदद के आरोप में पोलैंड और बुल्गारिया को नेचुरल गैस की सप्लाई बंद करते हुए साफ संदेश दिया है कि वह अपने खिलाफ खड़े होने वालों को छोड़ेगा नहीं। दोनों यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने रूबल मुद्रा में भुगतान नहीं किया। रूस के फैसले की वजह से यूरोपीय गैस की कीमतें आज 24% बढ़कर इस महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। यह एक साल पहले की तुलना में लगभग 7 गुना ज्यादा है।
युद्ध के बड़े अपडेट -
- यूक्रेन को और हो सकता है 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान
- पोलैंड-बुल्गारिया की गैस सप्लाई रोकी, कीमत 24% बढ़ी
- कनाडा पार्लियामेंट ने यूक्रेन में रूस के खिलाफ ‘एक्ट ऑफ जेनोसाइड अगेंस्ट यूक्रेनियन पीपल’ नाम का.प्रस्ताव किया पास।
- ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस का कहना है कि रूस-यूक्रेन जंग अलगे 10 सालों तक जारी रह सकती है।
- कनाडा के सांसदों ने यूक्रेन में रूस के हमले को नरसंहार के रूप में लेबल करने के लिए वोटिंग की।
- ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने पर कुछ प्रतिबंध हटाए।
- सुमी के गवर्नर का कहना है कि रूसी सेना ने बीते दिन आधे घंटे में शहर पर 50 से ज्यादा हमले किए।
- यूक्रेन के जनरल स्टाफ का कहना है कि रूस भारी गोलाबारी के बावजूद पूर्व में यूक्रेनी डिफेंस को तोड़ने में नाकाम रहा।
- पोलैंड और बुलगारिया के अधिकारियों ने रूस पर आरोप लगाया है कि रूबल में कारोबार न कर पाने की वजह से राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नेचुरल गैस की डिलीवरी रोक दी है।
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इशारों में पश्चिमी देशों को परमाणु हमले की धमकी दी है। पुतिन का इशारा इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल सरमट की तरफ था।