बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपनी चुनावी रणनीति को धार देते हुए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने गुरुवार को 44 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया। इस सूची में पार्टी ने अनुभवी चेहरों और वर्तमान विधायकों पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है, हालांकि कुछ नए उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारकर चौंकाने का प्रयास किया गया है।
जदयू ने जारी की दूसरी लिस्ट
- वाल्मीकिनगर-श्री धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंक सिंह
- सिकटा-श्री समृद्ध वर्मा
- नरकटिया-श्री विशाल साह
- केसरिया-श्रीमती शालिनी मिश्रा
- शिवहर-श्रीमती श्वेता गुप्ता
- सुरसंड-श्री नागेन्द्र राऊत
- रून्नीसैदपुर-श्री पंकज मिश्रा
- हरलाखी-श्री सुधांशु शेखर
- बाबूबरही-श्रीमती मीना कामत
- फुलपरास-श्रीमती शीला मंडल
- लौकहा-श्री सतीश साह
- निर्मली-श्री अनिरुद्ध प्रसाद यादव
- पिपरा-श्री राम विलास कामत
- सुपौल-श्री विजेन्द्र प्रसाद यादव
- त्रिवेणीगंज (अ.जा.)-श्रीमती सोनम रानी सरदार
- रानीगंज (अ.जा.)-श्री अचमित ऋषिदेव
- अररिया-श्रीमती शगुफ्ता अजीम
- जोकीहाट-जनाब मंजर आलम
- ठाकुरगंज-श्री गोपाल अग्रवाल
- अमौर- श्री सबा जफर
- रुपौली-श्री कलाधर मंडल
- धमदाहा-श्रीमती लेशी सिंह
- कदवा- श्री दुलालचंद्र गोश्वामी
- मनिहारी(अ.ज.जा.)- श्री शंभु सुमन
- बरारी- विजय सिंहह निषाद
- गोपालपुर- बुलो मंडल
- सुलतानगंज- ललित नारायण मंडल
- कहलगांव- शुभानंद मुकेश
- अमरपुर- श्री जयंत राज
- धोरैया (अ.जा.)-श्री मनीष कुमार
- बेलहर- श्री मनोज यादव
- चैनपुर- मो० जमा खान
- करगहर- श्री बशिष्ठ सिंह
- काराकाट- श्री महाबली सिंह
- नोखा- श्री नागेन्द्र चन्द्रवंशी
- जहानाबाद -श्री चंद्रेश्वर चन्द्रवंशी
- घोसी- श्री ऋतुराज कुमार
- नबीनगर- श्री चेतन आनंद
- रफीगंज- श्री प्रमोद कुमार सिंह
- बेलागंज- श्रीमती मनोरमा देवी
- नवादा- श्रीमती विभा देवी
- झाझा- श्री दामोदर रावत
- चकाई- श्री सुमित कुमार सिंह
- कुर्था- पप्पू कुमार वर्मा
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जदयू ने इस सूची को जारी करने से पहले जमीनी स्तर पर व्यापक सर्वे कराया था, जिसके आधार पर जीतने की क्षमता रखने वाले मौजूदा विधायकों को प्राथमिकता दी गई है। जारी की गई 44 उम्मीदवारों की सूची में बड़ी संख्या उन विधायकों की है, जो पिछले चुनाव में अपनी सीट जीतने में कामयाब रहे थे। यह कदम दिखाता है कि पार्टी मौजूदा विधायक दल की ताकत पर विश्वास रखती है और चुनावी माहौल में स्थिरता बनाए रखना चाहती है।
संतुलित समीकरण साधने की कोशिश
दूसरी सूची में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की स्पष्ट कोशिश दिखाई देती है। जदयू ने इस लिस्ट में चार मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन द्वारा मुस्लिम मतदाताओं को साधने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। जदयू का यह कदम मुस्लिम समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने और एनडीए गठबंधन के भीतर सामाजिक संतुलन बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि नए चेहरों को शामिल करने का फैसला उन सीटों पर लिया गया है, जहां वर्तमान विधायक का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था या जहां एंटी-इन्कम्बेंसी (सत्ता विरोधी लहर) का खतरा अधिक था। नए उम्मीदवारों को मौका देकर जदयू ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह सिर्फ विरासत नहीं, बल्कि चुनावी जीत की क्षमता को भी महत्व देती है।
चुनाव में गठबंधन की मजबूती पर जोर
जदयू द्वारा उम्मीदवारों की यह दूसरी सूची एनडीए गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने के बाद जारी की गई है। सीटों के ऐलान के साथ ही जदयू के स्टार प्रचारक और शीर्ष नेता अब इन क्षेत्रों में प्रचार अभियान तेज करेंगे। पार्टी का मुख्य जोर बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों और सुशासन के एजेंडे पर रहेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जदयू की दूसरी सूची में वर्तमान विधायकों पर अत्यधिक भरोसा जताना यह दिखाता है कि पार्टी पिछली बार की तुलना में अपनी सीटों को बरकरार रखने के लिए मजबूत दावेदार मानती है। हालांकि, विरोधी दल इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि कई सीटों पर बदलाव न करके जदयू ने संभवतः एंटी-इन्कम्बेंसी के खतरे को नजरअंदाज किया है।
कुल मिलाकर, 44 उम्मीदवारों की यह सूची जदयू की सावधानीपूर्वक तैयार की गई चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जहां अनुभवी नेतृत्व और सामाजिक समीकरणों को साधकर सत्ता में वापसी का रास्ता तैयार करने की कोशिश की गई है। आने वाले दिनों में जदयू की अगली सूची और अन्य सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद बिहार चुनाव का पूरा परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा।