नई दिल्ली, 27 मई| ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस दिन प्रतिदिन भारत में तेज़ी से विस्तारित होता जा रहा है और कई राज्य इसकी एकमात्र दवा एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी की शिकायत कर रहे हैं। इससे चहुओर चिंता बढ़ती जा रही है।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यूकोरमाइकोसिस की एकमात्र दवा एंफोटेरिसिन-बी की किल्लत पर संज्ञान लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह दवा दुनिया के किसी भी कोने में हो तो उसे ढूंढ कर भारत लाया जाए। साथ ही उन्होंने एंफोटेरिसिन-बी के निर्माण के लिए पांच और कंपनियों को लायसेंस दिया, ताकि इसका तीव्र उत्पादन और सप्लाई हो सके।
विदित हो कि देश ब्लैक फंगस के केसेस बहुत तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं और यह देश के लगभग सभी राज्यों तक दस्तक दे चुका है। भय यह भी है कि कोरोना के बाद कहीं यह भी महामारी का रूप न ले ले। हालांकि, केंद्र सरकार एंफोटेरिसिन-बी के आपूर्ति के लिए पूर्व से ही अमेरिका के गिलयड साइंसेस से सहयोग ले रही है, जिसके तहत एंफोटेरिसिन-बी की 1,21000 डोज पहले ही प्राप्त कर चुकी है और 8,5000 डोज की सप्लाई जल्द ही होने वाली है।
मगर ब्लैक फंगस के तेज़ी से बढ़ते केसेस को देखते हुए इसके सप्लाई में और भी तेजी लाने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने आज एंफोटेरिसिन-बी की आपूर्ति में तेज़ी लाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए।