बनारस न्यूज डेस्क: एंबुलेंस से मरीजों को अस्पताल ले जाते समय अगर हार्ट अटैक आता है, तो मौके पर मौजूद कर्मचारी तुरंत सीपीआर देकर मरीज की जान बचाएंगे। इसी उद्देश्य से दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें एडिशनल सीएमओ डॉ. राजेश प्रसाद ने एंबुलेंस कर्मियों को सीपीआर, फर्स्ट ऐड और गंभीर अवस्था में सुरक्षित प्रसव के तरीके सिखाए।
कार्यशाला में 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की ट्रेनिंग दी गई। चोलापुर सीएचसी में हुए इस प्रशिक्षण में वाराणसी के साथ गाजीपुर, चंदौली और सोनभद्र जिलों के ईएमटी को शामिल किया गया। स्त्री और प्रसूति से जुड़ी जटिलताओं को समझाते हुए सुरक्षित डिलीवरी कराने के चरण भी बताए गए।
एंबुलेंस में प्रसव होने पर बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी दी गई। प्रसूता और नवजात को नजदीकी सीएचसी तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया समझाई गई। इसके साथ ही नवजात शिशु की देखभाल के सही तरीके भी प्रशिक्षकों ने विस्तार से बताए।
ट्रेनर मनोज कुमार और विनीत कुमार सिंह ने स्टाफ को आपात स्थिति में मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए प्रेरित किया। एंबुलेंस जिला प्रभारी विकास तिवारी ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से एंबुलेंस कर्मियों को वास्तविक परिस्थितियों में तुरंत और सही निर्णय लेने की क्षमता मिलती है, जिसका लाभ सीधा मरीजों तक पहुंचता है।