बनारस न्यूज डेस्क: पूर्वांचल में इस सीजन पहली बार घना कोहरा छाया और इसका सबसे बड़ा असर हवाई सेवाओं पर दिखाई दिया। शारजाह से वाराणसी आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान एयरपोर्ट के करीब पहुंचने के बाद भी लैंड नहीं कर सकी। दृश्यता इतनी कम थी कि विमान को अनुमति नहीं मिली और अंततः उसे दिल्ली डायवर्ट करना पड़ा। यह स्थिति यात्रियों और एयरलाइंस दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण बन गई।
सुबह सात बजे एक्स 184 विमान वाराणसी हवाई क्षेत्र में पहुंच चुका था। लेकिन कोहरे के कारण दृश्यता बेहद खराब थी, जिससे विमान काफी देर हवा में मंडराता रहा। मौसम में सुधार के कोई संकेत न मिलने और ईंधन कम होने के कारण पायलट ने दिल्ली की ओर उड़ान भरने का निर्णय लिया। दोपहर होते–होते जानकारी दी गई कि विमान दोबारा वाराणसी भेजा जाएगा। दो बजे बताया गया कि विमान दिल्ली से 160 यात्रियों को लेकर फिर रवाना हो चुका है।
यात्रियों में शुरू में इस बदलाव को लेकर चिंता थी, लेकिन पायलट और क्रू ने स्थिति को संभालते हुए सभी को सुरक्षित बनाए रखा। दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद यात्रियों को दोपहर बाद वाराणसी भेजने की व्यवस्था तुरंत की गई। इस दौरान यात्रियों को लगातार अपडेट देकर उन्हें सहज रखने की कोशिश की गई।
यह घटना एक बार फिर बताती है कि पूर्वांचल में सर्दियों के दौरान हवाई यात्रा मौसम के कारण कितनी प्रभावित होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय उड़ानों के लिए सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन जरूरी है। एयरलाइंस को परिस्थितियों के अनुसार त्वरित और सही निर्णय लेना पड़ता है, क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता रहती है।