बनारस न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस के कथित दुर्व्यवहार को लेकर वकीलों के चार दिवसीय विरोध प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच कराने का फैसला किया है। यह निर्णय रविवार शाम सेंट्रल बार और बनारस बार एसोसिएशन के अधिकारियों के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया।
बैठक पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के कैंप कार्यालय में आयोजित हुई, जिसमें 11 वकीलों की समिति, मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। बैठक में यह तय हुआ कि पूरे विवाद की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी और जांच के दौरान किसी भी पक्ष के खिलाफ गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।
पुलिस आयुक्त अग्रवाल ने बताया कि भविष्य में वकीलों, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मासिक बैठक आयोजित की जाएगी ताकि वकीलों की चिंताओं का तुरंत समाधान हो सके और भविष्य में ऐसे टकराव रोके जा सकें। पुलिस का दावा है कि वकीलों के एक समूह ने मंगलवार को अदालत परिसर में दारोगा मिथिलेश कुमार प्रजापति पर हमला किया था, जिसके बाद 10 नामजद और 50 से अधिक अज्ञात वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।