ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

विलुप्त होने की कगार पर खड़ी असि और वरुणा नदी को बचाने के लिए छात्र आए आगे

Photo Source :

Posted On:Thursday, October 19, 2023

वाराणसी। वाराणसी के नामकरण में जिस असि नदी और वरुणा नदी की महत्वपूर्ण भूमिका नही है, आज लोगों ने अपने फायदे और संरक्षण के लिए उस पर ही कब्जा कर लिया है। इसलिए युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए मजबूती के साथ आगे बढ़ना होगा। ऐसा कहना है प्रोफेसर पीके मिश्रा का।

विकासार्थ विद्यार्थी काशी प्रान्त ने वसंत कन्या महाविद्यालय में ‘असि संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व अथिति प्रो पीके मिश्रा रहे। प्रो पीके मिश्रा ने कहा अखिल भारतीय परिषद विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यार्थियों को समर्थन प्रदान करती है और कई रचनात्मक कार्यक्रमों के जरिए समाज में चर्चा को बढ़ावा देती है।

काशी प्रान्त प्रमुख पायल राय ने असि नदी की पौराणिक मान्यताओं को समझाते हुए बताया की असि नदी समाज के लिए कितनी और क्यों जरूरी है। विद्यार्थियों ने वाराणसी महानगर में असि नदी को फिर से जीवंत करने का कदम उठाया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने बताया कि आज दुनिया भर में 350 से ज्यादा नदियां गायब हो गई हैं लेकिन अपनी अद्वितीय संरक्षण शैली और सांस्कृतिक पहचान के लिए काशी ने अपनी असि नदी को बचाने के लिए लोगों को एकजुट किया है।

कार्यक्रम का संचालन सौम्या सिंह ने किया। साथ ही धन्यवाद ज्ञापन डॉ अंशु शुक्ला जी ने किया। इस मौके पर प्रान्त शोध कार्य सहसंयोजक हर्षा सिंह, शिवम, अमन, श्रद्धा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.