बनारस न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। वाराणसी और गाजियाबाद समेत 20 शहरों में जोरदार बारिश हो रही है। लखनऊ और वाराणसी में दिन में ही अंधेरा छा गया और फिर मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। मथुरा में यमुना नदी उफान पर है, जहां नदी का पानी वृंदावन परिक्रमा मार्ग तक पहुंच गया है। बाढ़ की इस स्थिति में भी श्रद्धालु लेटकर परिक्रमा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यमुना की बाढ़ बांके बिहारी मंदिर से सिर्फ 400 मीटर की दूरी पर है और लगभग 900 परिवार प्रभावित हैं।
आगरा में भी यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। नदी का पानी ताजमहल की बाउंड्री तक पहुंच चुका है। साथ ही कैलाश घाट, बल्केश्वर घाट, हाथी घाट और दहशरा घाट की सीढ़ियां डूब गई हैं। शमशान घाट पर बने 8 चिता स्थल भी जलमग्न हो गए हैं। यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल से करीब 2 फीट ऊपर दर्ज किया गया है। यह स्थिति लोगों की चिंता और बढ़ा रही है।
पीलीभीत में देवहा और शारदा नदियों ने रिहायशी इलाकों में दस्तक दे दी है। इसके चलते पीलीभीत-टनकपुर हाईवे डूब गया। ऑफिसर्स कॉलोनी तक पानी घुस गया है, जिससे अधिकारियों के घरों में चार फीट तक पानी भर गया। हालात बिगड़ने पर कई अधिकारियों को अपने घर छोड़कर होटल में शरण लेनी पड़ी। उधर, सहारनपुर में हथिनीकुंड बैराज ओवरफ्लो हो गया और करीब 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे यमुना नदी और ज्यादा उफान पर है।
इस बीच एक वीडियो सामने आया जिसमें सात युवक जान जोखिम में डालकर नदी में कूदते हैं और बहकर आ रहे पांच क्विंटल भारी पेड़ को निकालने की कोशिश करते हैं। वहीं, मौसम विभाग ने आज 25 जिलों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है। एहतियात के तौर पर बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, हाथरस, अलीगढ़, संभल, अमेठी और पीलीभीत में कक्षा 8 तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। गाजियाबाद में 3 सितंबर को 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे।