बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी पुलिस ने साइबर अपराध की दुनिया में तहलका मचा देने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ लिया है जो नामी कंपनियों की फर्जी फ्रेंचाइजी दिलाने के बहाने लोगों से लाखों रुपये ऐंठ रहा था। इस गैंग के दो ठगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी गूगल और मेटा (फेसबुक) जैसे प्लेटफॉर्म पर नकली विज्ञापन चलाकर लोगों को अपने झांसे में लेते थे। उनके पास से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज और नकदी बरामद की गई है।
यह मामला तब सामने आया जब रोहनिया क्षेत्र के रहने वाले आयुष कुमार ने शिकायत दी कि ZEPTO कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर उनसे ₹20 लाख से ज्यादा की ठगी की गई। शिकायत मिलते ही साइबर क्राइम थाने ने मामला दर्ज किया और डीसीपी सर्वण टी. के निर्देश पर जांच के लिए दो टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और डिजिटल सबूतों की मदद से ठगों का पता लगाया।
जांच में सामने आया कि यह गैंग झारखंड और बिहार से ऑपरेट कर रहा था। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत दो आरोपियों को जमशेदपुर और नालंदा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे ZEPTO, BLINKIT, AMUL, DHANI FINANCE और ZUDIO जैसी बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली वेबसाइट बनाकर ठगी करते थे। इन वेबसाइटों को सर्च इंजन पर विज्ञापनों के जरिए ऊपर दिखाया जाता था ताकि लोग असली कंपनी समझकर इन पर भरोसा कर लें।
जैसे ही कोई व्यक्ति इनसे संपर्क करता, गिरोह के सदस्य रजिस्ट्रेशन फीस और सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर मोटी रकम वसूल लेते थे। फर्जी कॉल, नकली इनवॉइस और डाक्यूमेंट बनाकर वे पूरे फ्रेंचाइजी प्रोसेस को असली जैसा दिखाते थे। फिलहाल पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में है और बैंक खातों की जांच जारी है ताकि ठगी की पूरी रकम का सुराग मिल सके।