ताजा खबर
दिल्ली: वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने 2023-24 का बजट पेश किया !   ||    Erling Haaland ग्रोइन इंजरी के साथ नॉर्वे के यूरो क्वालिफायर से चूकें, हुए भावुक !   ||    त्रिकोणीय राष्ट्र टूर्नामेंट में भारतीय फुटबॉल टीम की पहली मेजबानी के लिए मणिपुर तैयार !   ||    IPL 2023 ​के लिए तैयारियां शुरू, कमेंटेटर्स के स्टार-स्टडेड पैनल का ऐलान !   ||    गुड़ी पड़वा 2023: यहां जानिए, शुभ मुहूर्त, परंपराएं और सबकुछ जो आपको जानना चाहिए !   ||    Steel Price Per Kg Today 2023: यहां जानिए क्या है आज आपके शहर में स्टील का भाव !   ||    Gold Silver Price Today: नवरात्रि के पहले दिन बढ़े सोने-चांदी के दाम, जानें 10 ग्राम गोल्ड के रेट   ||    Petrol Diesel Price Today: सरकारी तेल कंपनियों ने जारी किए आज के लिए पेट्रोल-डीजल के भाव, यहां जानिए   ||    अगर आप भी हैं 10वीं पास, तो CRPF में नौकरी करने का सुनहरा मौका, जल्दी करें अप्लाई   ||    Pakistan में 6.5 तीव्रता का भूकंप, दहशत का माहौल   ||   

भीम आर्मी चीफ़ चंद्रशेखर आज़ाद के आरोपों का अखिलेश यादव ने दिया जवाब

Posted On:Saturday, January 15, 2022

लखनऊ, 15 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन)     आगामी 10 फरवरी से देश के सबसे ज्यादा विधानसभा और लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान शुरू होने वाले हैं। इसके तहत सभी राजनीतिक पार्टियां जोर लगा रही हैं। कुछ पार्टियों के बीच गठबंधन हो रहे हैं, तो कुछ के बीच गठबंधन टूट रहे हैं।

इसी कड़ी में आज सुबह भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने आज सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि उनकी पार्टी अखिलेश यादव के साथ आगे गठजोड़ में नहीं हैं। हालांकि, उनके बीच कोई राजनीतिक समझौता नहीं हुआ था, मगर उनकी नज़दीकी देखते हुए आगामी चुनावों के लिए गठजोड़ होता दिखाई दे रहा था। इन सिलसिले में विगत 13 जनवरी को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने अखिलेश यादव से एक लंबी मुलाकात भी की थी।

विवाद आज सुबह तब शुरू हुआ जब भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घोषणा की कि तमाम चर्चाओं के बाद आखिर में मुझे लगा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव इस गठबंधन में दलितों को नहीं चाहते, उन्हें सिर्फ दलित वोट बैंक चाहिए। उन्होंने बहुजन समाज के लोगों को अपमानित किया, मैंने 1 महीने 3 दिन कोशिश की लेकिन गठबंधन नहीं हो सका।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के इन आरोपों पर आज दोपहर जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने उन्हें 2 सीटें आवंटित की थी, लेकिन उन्हें (भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद) ने कुछ फोन किया और गठबंधन का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया।

ज्ञात हो कि विगत दिनों में भाजपा सहित कई पार्टियों के नेता सपा में शामिल हुए हैं, जिनमे से बहुत दलित नेता भी हैं। चूंकि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भले ही बहुत लंबे समय से दलितों के मसीहा बनने का प्रयास कर रहे हैं, मगर अभी भी वे राजनीतिक रूप से स्थापित नहीं हो पाए हैं। ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आगामी यूपी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक रूप से कम अनुभवी भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और उनके संभावित पार्टी को महत्ता देने के बजाय अन्य दलित नेताओं को प्राथमिकता दी है।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.