मुंबई, 24 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) मशहूर टेलीविजन अभिनेत्री हिना खान, जो इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) के तीसरे चरण से जूझ रही हैं, अपनी सेहत और रिकवरी को लेकर लगातार सोशल मीडिया पर अपडेट साझा कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी रिकवरी प्रक्रिया के बारे में बात की, जिसके बाद विशेषज्ञों ने इस बीमारी में पारिवारिक इतिहास और जेनेटिक जोखिमों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
हिना खान की रिकवरी का सफर हिना खान ने बताया कि वह अपनी कीमोथेरेपी और उपचार के कठिन दौर से गुजर रही हैं। उन्होंने अपनी हिम्मत और सकारात्मकता से लाखों प्रशंसकों को प्रेरित किया है। हिना ने साझा किया कि हालांकि यह शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला है, लेकिन वह पूरी ताकत के साथ इस बीमारी का मुकाबला कर रही हैं।
क्या कैंसर में पारिवारिक इतिहास मायने रखता है? हिना खान के मामले के संदर्भ में, चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया है कि क्या परिवार में किसी को पहले कैंसर रहा हो, तो अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा होता है। विशेषज्ञों के अनुसार:
- जेनेटिक म्यूटेशन: लगभग 5% से 10% स्तन कैंसर के मामले वंशानुगत (Hereditary) होते हैं, जो माता-पिता से बच्चों में जाने वाले जीन म्यूटेशन (जैसे BRCA1 और BRCA2) के कारण होते हैं।
- जागरूकता और स्क्रीनिंग: यदि आपके परिवार (विशेषकर मां, बहन या बेटी) में किसी को कम उम्र में स्तन या डिम्बग्रंथि (Ovarian) कैंसर हुआ है, तो अन्य महिला सदस्यों को नियमित अंतराल पर मैमोग्राम और अन्य जांच करवानी चाहिए।
- जीवनशैली का महत्व: विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही परिवार में कैंसर का इतिहास न हो, फिर भी खराब जीवनशैली, मोटापा और पर्यावरण संबंधी कारक कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
विशेषज्ञों की सलाह डॉक्टरों का कहना है कि शुरुआती पहचान ही कैंसर के सफल इलाज की कुंजी है। यदि किसी को अपने शरीर में असामान्य गांठ या बदलाव महसूस हो, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हिना खान का मामला इस बात की याद दिलाता है कि कैंसर किसी को भी हो सकता है, और समय पर उपचार और मजबूत इच्छाशक्ति से इसे हराया जा सकता है।
प्रशंसक और सह-कलाकार हिना खान के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, जबकि वह अपनी इस लड़ाई को पूरी निडरता के साथ लड़ रही हैं।