वाराणसी न्यूज डेस्क: वाराणसी में स्वच्छता के लिए जन आन्दोलन के उत्सव ने एक नए युग की शुरुआत की, जहां स्वभाव स्वच्छता- संस्कार की थीम पर लोगों ने जनसहभागिता से वृहद स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लिया। इस आयोजन ने स्वच्छ भारत अभियान की भावना को आगे बढ़ाया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की लहर फैली। लोगों ने अपने आसपास के क्षेत्रों की सफाई में योगदान दिया और स्वच्छता के महत्व को समझा, इसे एक जन-आंदोलन में बदल दिया।
स्वच्छता के लिए बड़े पैमाने पर नागरिकों की भागीदारी से चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को साफ करने का अभियान चलाया गया। स्वच्छता कर्मियों के योगदान को पहचानकर उनका सम्मान किया गया और पिछले दशक की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया। यह अभियान सम्पूर्ण स्वच्छता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम सफाई कर्मी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत सहायक को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने विकास भवन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में दो महान विभूतियों को माल्यापर्ण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अभियान में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 6.17 लाख लोगों ने स्वच्छता में जनभागीदारी निभाई।