बनारस न्यूज डेस्क: गंगा नदी में हाल की बाढ़ के बाद वरुणा नदी भी उफान पर रही। बाढ़ के पानी ने वरुणा कॉरिडोर को पूरी तरह डुबा दिया था और किनारे बसे इलाकों में पानी घुस गया था। लेकिन जैसे ही गंगा का जलस्तर कम हुआ, वरुणा में भी पानी घटने लगा और डूबे मकान फिर से दिखाई देने लगे।
जलस्तर में करीब 10 फीट की कमी आई है, लेकिन अब इसका असर सामने आने लगी है। वरुणा कॉरिडोर के कई हिस्सों की रेलिंग बाढ़ में बह गई है और सड़क के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। किनारे की तरफ कटान के कारण कॉरिडोर के धंसने का खतरा भी बढ़ गया है।
कॉरिडोर के विभिन्न हिस्सों में जलकुंभी ने अपना जाल बिछा रखा है, जिससे पानी का बहाव प्रभावित हुआ है। इसके अलावा किनारे की गाद और जमा कचरे से उठ रही दुर्गंध से पुल पार करने वाले लोग असहज स्थिति का सामना कर रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि बाढ़ के पानी के उतरने के बाद भी सावधानी बरतना जरूरी है। कई जगहों पर मार्ग और संरचनाओं की मरम्मत की आवश्यकता है ताकि आने वाले समय में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।