मुंबई, 24 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी सांसद इल्हान उमर ने US संसद में एक प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव में उन्होंने भारत को ऐसे देश के रूप में नॉमिनेट करने की मांग की है जहां धार्मिक स्वतंत्रता की चिंताजनक स्थिति है। सांसद रशीदा तालिब और जुआन वर्गस ने इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया है। इल्हान के इस प्रस्ताव को जरूरी कार्यवाही के लिए विदेशी मामलों की कमेटी के पास भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव में अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी आयोग (USCIRF) की सिफारशों को लागू करने की भी अपील की गई है। यह आयोग बीते तीन सालों से भारत को 'धार्मिक आजादी के उल्लंघन पर विशेष चिंता' वाला देश घोषित करने की मांग कर रहा है।
इसी साल अप्रैल में पाकिस्तान दौरे पर पहुंची इल्हान ने PoK का दौरा कर बखेड़ा खड़ा कर दिया था। तब भारत ने अमेरिकी सासंद की PoK दौरे की निंदा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि इस इलाके में दौरा कर उन्होंने देश की संप्रभुता का उल्लंघन किया है। यह उमर की संकीर्ण मानसिकता वाली राजनीति को दर्शाता है। विवाद बढ़ता देख अमेरिकी विदेश मंत्रालय को इस पर सफाई देनी पड़ी थी। तब विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के काउंसलर डेरेक चॉलेट ने कहा था कि ये एक अनऑफिशियल और व्यक्तिगत दौरा है। इसका अमेरिका या उसकी नीतियों से कोई लेना-देना नहीं है।