बनारस न्यूज डेस्क: सोमवार 22 सितंबर से नवरात्र व्रत की शुरुआत हो रही है। इसके साथ ही पूरे काशी क्षेत्र में अगले दस दिनों तक देवी आराधना और धार्मिक आयोजन होंगे। नवरात्र आते ही शहर का बाजार भी रौनक से भर गया है। व्रत और पूजन सामग्री की बढ़ती मांग ने कारोबारियों के चेहरे पर रौनक ला दी है, वहीं फलाहार और मिठाइयों की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ने लगी है।
त्योहार को देखते हुए थोक बाजारों में पहले से ही पर्याप्त सामग्री जमा कर ली गई थी। कारोबारी लगभग 15 दिन पहले से सामान मंगा चुके थे, जिसका फायदा अब ग्राहकों को मिल रहा है। फुटकर बाजार में पूजन सामग्री, आटा और मेवा आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। इस बार जीएसटी दरों में कमी का असर भी दिख रहा है, खासकर डेरी उत्पादों की कीमतें अपेक्षाकृत कम हुई हैं।
फलों की कीमतों की बात करें तो सेब और नाशपाती 100 रुपये किलो, अनार 140 रुपये किलो, संतरा 120 रुपये किलो, केला 60 रुपये दर्जन और पपीता 60 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं नारियल 40 रुपये पीस, डाब 60 रुपये पीस और ड्रैगन फ्रूट 120 रुपये किलो तक मिल रहा है। सबसे महंगा फल इस बार कीवी है, जो 400 रुपये किलो तक पहुंच गया है।
पूजन सामग्री की रेंज भी अलग-अलग है। तैयार हवन सामग्री 50 से 200 रुपये किलो तक, दशांग 40 से 80 रुपये किलो, देसी घी 600 से 800 रुपये किलो तक बिक रहा है। माता की चुनरी 5 से 200 रुपये तक, जबकि कुट्टू और सिंघाड़े का आटा 120 से 200 रुपये किलो तक उपलब्ध है। मूंगफली भी 100 से 160 रुपये किलो में खरीदी जा सकती है।