बनारस न्यूज डेस्क: गर्मी के मौसम में यात्रियों की सबसे पसंदीदा सफर एसी बसों से होती है, लेकिन वाराणसी रोडवेज क्षेत्र में एसी बसों की संख्या कम होने के कारण समस्या बढ़ रही है। पिछले दो सालों में इस क्षेत्र में एक भी नई एसी बस शामिल नहीं हुई है। वहीं, प्राइवेट बसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जो दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, आगरा और गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों के लिए चल रही हैं।
रेलवे की ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और लंबी वेटिंग के कारण प्राइवेट बसों की मांग काशी में लगातार बढ़ रही है। रोडवेज की जनरथ और अन्य एसी बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिंग की वजह से आकस्मिक या इमरजेंसी में यात्रा करने वाले कई यात्रियों को सीट नहीं मिल पाती। वाराणसी परिक्षेत्र में फिलहाल कुल 35 एसी बसें संचालित हैं, जो मुख्य रूप से दिल्ली, आगरा, मथुरा, कानपुर, झांसी, लखनऊ और गोरखपुर रूट पर सेवा देती हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि मुख्यालय से जल्द कुछ नई बसें, जिनमें इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं, इस बेड़े में जोड़ी जाएंगी। ये नई बसें खासकर अयोध्या, गोरखपुर और लखनऊ रूट पर चलेंगी। गर्मी की छुट्टियों में यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ने से इन नई बसों से यात्रियों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा किया जा सकेगा।