इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की अदियाला जेल में कथित हत्या की 'अफवाहों' और उनके अलगाव की गंभीर चिंताओं के बीच, उनके परिवार ने दुनिया से हस्तक्षेप की भावुक अपील की है। इमरान खान की बहन नोरीन नियाजी ने एक वीडियो संदेश जारी कर पाकिस्तान के मौजूदा हालात को "सबसे बुरे और सबसे दर्दनाक दौर" के रूप में वर्णित किया है, जबकि उनके बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों से अपने पिता की तत्काल रिहाई की मांग की है।
नोरीन नियाजी ने पाकिस्तान के हालातों की तुलना 'हिटलर युग' के दमन से की है। उन्होंने दावा किया कि देश में सेना प्रमुख असीम मुनीर 'तानाशाह' की तरह व्यवहार कर रहे हैं और शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार "इतिहास की सबसे अलोकप्रिय सरकार" है। नोरीन के अनुसार, "दोनों मिलकर हिटलर युग जैसा दमन कर रहे हैं। किसी को कुछ कहने की इजाजत नहीं है। लोगों को बेवजह मारपीट कर जेल में डाला जा रहा है।" उन्होंने पत्रकारों की व्यथा का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे पाकिस्तान में आज लोगों का अपहरण किया जा रहा है और उन्हें मार दिया जा रहा है। उन्होंने पेशावर के एक युवक का उदाहरण दिया, जिसे पिछले साल सिर में गोली मारी गई थी और जो अब लकवाग्रस्त है।
बेटे कासिम की भावुक अपील: '845 दिनों से अलग-थलग'
इमरान खान के बेटे कासिम खान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों से अपने पिता के जीवन के बारे में जानकारी मांगने और उनकी रिहाई सुनिश्चित करने की मार्मिक अपील की है। अपनी एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, "मेरे पिता इमरान खान को 845 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। पिछले 6 हफ्तों से उन्हें आदियाला जेल में मौत के सेल में पूरी तरह से अलग-थलग रखा गया है। उनकी हालत की कोई जानकारी नहीं मिल रही।"
उन्होंने यह भी बताया कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद, इमरान खान की बहनों को उनसे मिलने से रोका जा रहा है। कासिम ने जोर देकर कहा, "मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय, मानवाधिकार संगठन, लोकतांत्रिक आवाजों से अपील करता हूं कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें। इमरान खान के जीवन का प्रमाण मांगें। कोर्ट के आदेशानुसार पहुंच सुनिश्चित करें। अमानवीय अलगाव खत्म करें और राजनीतिक कारणों से बंद पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय नेता की रिहाई की मांग करें।"
कोर्ट के आदेशों के बावजूद मिलने पर 'अघोषित प्रतिबंध'
नोरीन नियाजी ने इस बात पर जोर दिया कि अगस्त 2023 से जेल में बंद इमरान खान से मिलने पर शहबाज शरीफ सरकार ने 'अघोषित प्रतिबंध' लगा दिया है। उन्होंने और उनकी अन्य बहनों- अलीमा खान और डॉ. उजमा खान- को एक महीने से ज्यादा समय से अपने भाई से मिलने नहीं दिया गया है, जबकि उनके पास कोर्ट के आदेश हैं।
नोरीन ने बताया कि जब जेल के बाहर यह अफवाह फैली कि इमरान खान की जेल में हत्या कर दी गई है, तो वे अपनी बहनों, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ जेल के बाहर डटी रहीं। उन्होंने पुलिस पर दुर्व्यवहार का गंभीर आरोप लगाया। उनके अनुसार, इमरान खान के बारे में पूछने या मिलने देने की बात पर पुलिसकर्मी महिलाओं और बच्चों की परवाह किए बिना दुर्व्यवहार और कार्रवाई करते हैं।
नोरीन नियाजी ने पाकिस्तान सरकार को चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि देश की जनता इस दमनकारी शासन और इमरान खान की नजरबंदी से तंग आ चुकी है। उन्होंने आगाह किया कि "एक छोटी-सी चिंगारी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शनों को भड़का सकती है।" उन्होंने दावा किया कि जुल्म बहुत ज्यादा हो गए हैं और शहबाज शरीफ की सरकार को अब जनता का समर्थन बिल्कुल भी हासिल नहीं है। नोरीन ने अंत में कहा, "इमरान खान की ताकत जनता का समर्थन है।" इस परिवार की अपील ने पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और मानवाधिकारों की स्थिति पर वैश्विक ध्यान केंद्रित कर दिया है।