मुंबई, 8 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मध्यप्रदेश के सीहोर के मुंगावली गांव में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची जिंदगी की जंग हार गई। 3 साल की मासूम सृष्टि को करीब 52 घंटे बाद बोरवेल से बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम ने उसे रोबोटिक टेक्निक से बाहर खींचा। बच्ची कोई रिस्पॉन्स नहीं कर रही थी। उसे एंबुलेंस से सीधे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। बच्ची 150 फीट की गहराई पर फंसी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ ने बच्ची के निधन पर दुख जताया है। तो वहीं, एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई है। इस मामले में वैधानिक नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। बोर मालिक और बोर कर्ता पर केस दर्ज किया गया है। धारा 181 और 308 आईपीएस के तहत एफआईआर दर्ज की है। पीएम रिपोर्ट के बाद धारा 304 का इजाफा कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, सृष्टि नाम की 3 साल की ये बच्ची खेलते-खेलते खेत में बने बोर में गिर गई थी। उस वक्त वह 29 फीट गहराई पर अटक गई थी। लेकिन रेस्क्यू के दौरान हुई खुदाई के कंपन से वह नीचे खिसकती गई। मौके पर SDRF, NDRF और आर्मी की रेस्क्यू में जुटी थी। गुरुवार को सुबह 9 बजे दिल्ली की रोबोटिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर बाद तेज हवा और बारिश होने से रेस्क्यू प्रभावित भी हुआ। रोबोटिक टीम ने शाम करीब साढ़े 5 बजे बच्ची को बाहर निकाला। साथ ही रोबोटिक टीम के प्रभारी महेश आर्य ने बताया कि रोबोट को बोरवेल में डाला था, उससे मिले फर्स्ट डेटा को स्कैन किया गया। इससे पता चला कि बच्ची की क्या हालत है और किस प्रकार से रेस्क्यू करना चाहिए। रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े एक अफसर ने बताया कि बच्ची 150 फीट गहराई में पानी में थी। जिला पंचायत CEO आशीष तिवारी ने बताया कि 3 सदस्यों की टीम दिल्ली से रातभर ड्राइव कर सड़क मार्ग से सीहोर पहुंची। इस टीम ने कुछ दिनों पहले जामनगर में ऐसे ही मामले में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था, जिसमें उन्हें सफलता मिली थी।