बनारस न्यूज डेस्क: छत्तीसगढ़ के चर्चित संजीव त्रिपाठी हत्याकांड में करीब तीन साल से फरार चल रहे आरोपी विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरुजी को यूपी एसटीएफ ने वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के फत्तेपुर तिराहे से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से 315 बोर का एक तमंचा और दो कारतूस भी बरामद किए गए हैं। वह चित्रकूट जिले के मानिकपुर थाना अंतर्गत चमरौहा गांव का रहने वाला है।
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक शैलेश प्रताप सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान विनय ने कबूल किया कि वह प्रतापगढ़ के एक लाख के इनामी बदमाश एजाज उर्फ सोनू के बुलावे पर वाराणसी आया था। एजाज के साथ उसका पुराना आपराधिक संबंध रहा है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, साल 2022 में विनय ने एजाज, दानिश अंसारी, पप्पू दाढ़ी और प्रसून गुप्ता के साथ मिलकर बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के सकरी थाना क्षेत्र में संजीव त्रिपाठी की सुपारी लेकर हत्या की थी।
इस हत्याकांड की साजिश संजीव के भाई कपिल त्रिपाठी ने रंजिश के चलते रची थी और हत्या की सुपारी विनय और उसके साथियों को दी गई थी। इसके पहले साल 2019 में भी विनय कुमार ने बीएचयू के छात्र गौरव सिंह बग्गा की आपसी रंजिश में हत्या की थी, जिसके बाद वह वाराणसी जेल में बंद रहा। जेल में ही उसकी एजाज के भाई से मुलाकात हुई और फिर जेल से रिहा होने के बाद वह एक बार फिर अपराध की दुनिया में लौट गया।
एसटीएफ की गिरफ्तारी टीम में वाराणसी फील्ड इकाई के उपनिरीक्षक अंगद यादव, शाहजादा खां और विनय मौर्या समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे। पुलिस अब विनय से मिली जानकारी के आधार पर अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।