सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) 2025 में बिहार की टीम भले ही अब तक जीत दर्ज करने में नाकाम रही हो, लेकिन उनके युवा ओपनर वैभव सूर्यवंशी अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी को लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं। वैभव ने महाराष्ट्र के खिलाफ शानदार शतक जमाया और गोवा के खिलाफ मुकाबले में अर्जुन तेंदुलकर जैसे स्थापित खिलाड़ियों की जमकर धुनाई की। उनकी बैटिंग की चर्चा हर ओर रही, जो बिहार क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत है।
लेकिन, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। वैभव सूर्यवंशी का तूफानी बल्ला हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में उस अंदाज़ और मिज़ाज में नहीं चला, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। इसके पीछे की वजह रहे हैदराबाद के एक तेज़ गेंदबाज़, जिन्होंने युवा ओपनर की पारी को पहली ही गेंद पर समाप्त कर दिया।
हैदराबाद के गेंदबाज़ के आगे लाचार
बिहार के लिए पारी की शुरुआत करने उतरे वैभव सूर्यवंशी की हैदराबाद के गेंदबाज़ के आगे बिल्कुल भी नहीं चली। हैदराबाद की ओर से गेंदबाज़ी की शुरुआत हुई और पहली ही गेंद पर वैभव को पवेलियन लौटना पड़ा।
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गेंदबाज़ का नाम: हैदराबाद के तेज़ गेंदबाज़ एम.ए. खुद्दुस (M.A. Khuddus) ने यह सनसनीखेज विकेट लिया।
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विकेट की प्रकृति: खुद्दुस ने अपनी पहली ही गेंद क्लीन बोल्ड कर दी। गेंद अंदर की ओर आई, जिसने वैभव के डिफेंस को चकमा दिया और स्टंप्स उखाड़ दिए।
यह एक ऐसा विकेट था जिसने मैच की शुरुआत में ही बिहार पर दबाव डाल दिया। इससे पहले के मैचों में जिस आत्मविश्वास के साथ वैभव ने शुरुआत की थी, वह इस बार बिल्कुल भी देखने को नहीं मिली। यह साफ़ संकेत था कि हैदराबाद की टीम ने वैभव की विस्फोटक फॉर्म का मुकाबला करने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की थी।
विस्फोटक फ़ॉर्म पर लगा ब्रेक
वैभव सूर्यवंशी ने SMAT में अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराई थी।
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महाराष्ट्र के खिलाफ: उन्होंने शतक जमाकर दिखाया कि वह लंबी और तेज़ पारियाँ खेलने की क्षमता रखते हैं।
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गोवा के खिलाफ: उन्होंने अर्जुन तेंदुलकर की गेंदबाज़ी पर आक्रामक शॉट्स लगाकर तेज़ी से रन बटोरे थे, जिससे क्रिकेट जगत में उनकी चर्चा शुरू हो गई थी।
लेकिन हैदराबाद के ख़िलाफ़ उनका शून्य पर आउट होना दिखाता है कि तेज़ क्रिकेट में कोई भी खिलाड़ी हर दिन एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर सकता। एम.ए. खुद्दुस का वह पहला ओवर बिहार की टीम के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ, क्योंकि उन्हें वैभव से ही पारी को गति देने की उम्मीद थी।
यह मैच बिहार के लिए एक और हार रहा, लेकिन वैभव के प्रदर्शन का उतार-चढ़ाव यही सिखाता है कि क्रिकेट में हर प्रतिद्वंद्वी को नई रणनीति और नई तैयारी के साथ सामना करना पड़ता है। एक गेंदबाज़ की एक सटीक गेंद किसी भी बल्लेबाज़ की पूरी लय को बिगाड़ सकती है। बिहार की टीम को अब अगले सीज़न के लिए अपनी कमियों को दूर करने और वैभव जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को और समर्थन देने की ज़रूरत होगी।