वाराणसी। गुरुवार को वाराणसी कचहरी परिसर में महिला और ट्रांसजेंडर नागरिकों की असुविधा को देखते हुए शौचालय की मांग उठाई गई। महिलाओं के लिए अलग सिटिंग बेंच, कॉमन रूम और काउंसलिंग रूम आदि के लिए डीएम को संबोधित कर ज्ञापन पत्र एसीएम चतुर्थ अंकिता दीक्षित को दिया।
बनारस शहर के कचहरी परिसर में आज युवतियों का समूह कुछ बेहद आकर्षक और गंभीर मांगो की तख्तियाँ गले में लटकाए हुए पंहुची। परिसर में महिला वकीलों, वादकारियों के बीच लैंगिक मुद्दों पर बेहद जरुरी बिन्दुओ पर ध्यान दिलाते हुए पर्चे का वितरण किया गया और हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया साथ ही ट्रांसजेंडर नागरिकों और महिलाओं के लिए अलग सिटिंग बेंच, कॉमन रूम और काउंसलिंग रूम आदि के लिए डीएम वाराणसी को संबोधित ज्ञापन पत्र एसीएम चतुर्थ अंकिता दीक्षित महोदया को सौंपा गया।
दख़ल समूह की ओर से प्रतिनिधिमंडल की एक सदस्य महिला ने कहा कि, एसीएम मैडम स्वयं एक महिला के बतौर हमारे प्रतिनिधिमण्डल से मिली और उठाए गए सभी मुद्दों को प्रथम दृष्टया बेहद जरूरी बताते हुए जल्द ही कार्यवाही का आश्वासन भी दिया।
ज्ञापन पत्र और पर्चे में उल्लेखित मुख्य माँग इस प्रकार से हैं :-
• कलेक्ट्रेट परिसर में महिलाओं के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षित, साफ-सुथरे टॉयलेट और यूरिनल बने जहाँ की व्यवस्था महिलाकर्मियों द्वारा ही की जाय।
• परिसर में महिलाओं के लिए कुछ कॉमन रूम हों जहाँ वे सहजता से कुछ समय विश्राम कर सकें अथवा धात्री महिलाएं बच्चे को स्तनपान करा सकें।
• न्यायालय के सामने अथवा परिसर में महिलाओं के बैठने के लिए कुछ बेंच या कुर्सियां सुरक्षित रहें।
परिसर में सुलभ और सुविधाजनक स्थान पर सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन की स्थापना की जाए।
• परिसर में महिलाओं की सुविधा के लिए की गयी व्यवस्था को प्रदर्शित करने के लिए कुछ स्थानो पर बोर्ड लगे हों।
• ट्रांसजेंडर नागरिकों के लिए भी कचहरी परिसर में अलग शौचालय और कॉमन रूम की व्यवस्था हो।
महिलाओं के काउंसलिंग कमरे की अलग से व्यवस्था हो।
• उक्त सभी व्यवस्था की देखरेख बार काउंसिल और प्रशासन की तरफ से नामित एक समिति करे जिसमें 66 % महिलाएं हों।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. इन्दु पांडेय, विजेता, शालिनी, मैत्री, धनज्जय, शिवि, प्रियंका, अबु हाशिम, साक्षी, ज्योति, राजु, स्नेहा, हिना, प्रदुमन, रिमझिम, सलमान, रोमा, जगन्नाथ कुशवाहा इत्यादि मौजूद रहे।