वाराणसी। अब बहुत ही जल्द काशीवासी को एक नई सौगात मिलने वाली है, क्योंकि कैंट रेलवे स्टेशन पर पूर्वांचल का पहला कोच रेंस्टोरेंट तैयार होने वाला है। जहां शहरवासी कोच में बैठकर कचौड़ी-जलेबी व अन्य बनारसी व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। साथ चाय की अड़ी भी जमा सकेंगे। यह कोच रेस्टोरेंट मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा।
कोच में 40-50 लोगों के बैठने की व्यवस्था
कोच रेस्टोरेंट में हर टेबल के पास एक खिड़की है। एक साथ 40 से 50 लोग बैठकर इस कोच रेस्टूरेंट में व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। प्री रिकार्डेड संगीत भी बजाए जाएंगे। इससे लोगों को सफर में होने का खुशनुमा एहसास होगा। संस्कृति व संगीत में भी बनारसीपन रहेगा।
एलईडी स्क्रीन पर गंगा घाटों और यहां के प्रमुख स्थलों को दर्शाया जाएगा
एलईडी स्क्रीन पर गंगा घाटों और यहां के प्रमुख स्थलों को दिखाया जाएगा। कोच के अंदर बनारस के गंगा घाट, एतिहासिक धरोहरों और महापुरूषों के चित्र भी होंगे, जो यात्रियों को बनारस में होने का एहसास कराएंगे।
अंदर एंट्री करते ही देखने को मिलेगी बनारस की झलक
यह कोच रेस्टूरेंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में डीलक्स प्रतीक्षालय के पास चहारदीवारी से सटाकर बनाया जा रहा है। नीचे रेलवे ट्रैक और ऊपर रेलवे कोच है। बाहर से देखने में ट्रेन कोच, लेकिन अंदर एंट्री करते ही बनारस की झलक देखने को मिलेगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट, सारनाथ, रामनगर किला सहित अन्य एतिहासिक धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसका लोकार्पण भी मार्च तक संभव है।
कैंट, स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि कोच की साज सज्जा और अन्य तैयारियों की जिम्मेदारी एक कंपनी को सौंपी गई है। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की सीनियर डीसीएम लगातार निगरानी कर रही हैं। कैंट के स्टेशन निदेशक भी कोच रेस्टोरेंट के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट जांच रहे हैं। पूर्वांचल के पहला कोच रेस्टोरेंट से जुड़ी तैयारियां चल रही हैं। एजेंसी ही कामकाज को देख रही है।