10 नवंबर, 2025 को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार बम विस्फोट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए। ऐसे भय और अराजकता के माहौल में प्रियंका ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी भावनाएँ शेयर करते हुए लिखा — “लाल किले के दृश्य देखना विनाशकारी है। इतना भय, अराजकता और हृदय विदारक। मेरी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ घायलों के साथ हैं और जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना। जल्द ही कुछ जवाब मिलने की उम्मीद है। इस बीच, कृपया सुरक्षित और सतर्क रहें।”
उनकी पोस्ट कुछ पंक्तियों की थी, लेकिन असर गहरा था। यह सिर्फ एक संवेदना नहीं, बल्कि लोगों को संयम और जागरूकता की अपील भी थी। सोशल मीडिया पर उनके इस संदेश ने व्यापक प्रतिक्रिया पाई — हजारों शेयर, टिप्पणियाँ और आभार के शब्दों के साथ। एक ऐसी शख्सियत के रूप में जो न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में भारतीयों की आवाज़ बन चुकी हैं, प्रियंका ने इस घटना के ज़रिए एक बार फिर साबित किया कि असली स्टारडम सिर्फ पर्दे पर नहीं, बल्कि संवेदनशीलता में भी झलकती है।
इस बीच, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने विस्फोट की जाँच अपने हाथों में ले ली है। यह जाँच अब गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से बयान जारी कर कहा कि “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जबकि पुलिस और खुफिया विभाग मिलकर सुराग तलाश रहे हैं कि आखिर इतनी सख़्त निगरानी के बीच यह विस्फोट कैसे हुआ।
इन सबके बीच, प्रियंका चोपड़ा का संदेश एक उम्मीद की तरह गूंजता है — कि घाव गहरे हों तो भी मानवता ज़िंदा रहनी चाहिए। जब अफरातफरी और डर हावी हो, तब एक सच्ची आवाज़ दिलों को संभाल सकती है। आने वाले दिनों में प्रियंका अपनी नई फिल्म में एस.एस. राजामौली और महेश बाबू के साथ नज़र आएंगी, लेकिन इस वक्त उनका यह मानवीय चेहरा, उनके अभिनय से कहीं ज़्यादा असरदार है — एक कलाकार जो अपने दिल की बात जनता के दिल तक पहुँचा देती है।